दिल्ली के रामलीला मैदान में जमीयत उलमा-ए-हिंद के महा अधिवेशन का आज तीसरा दिन है। अधिवेशन में बोलते हुए मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि सबसे पहले लाइला अल्लाह की आवाज भारत की धरती पर उतरी थी।
सबसे पहले इस धरती पर आदम और मनु थे। उन्होंने एक ओम यानी एक अल्लाह की इबाबत की। मदनी ने कहा कि एक ओम, एक अल्लाह की इबादत करो और इसके सिवाय किसी की नहीं। हमने तो मनु की चौखट पर सिर रखा हुआ है, हम कहां जाएंगे?
मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि आरएसएस चीफ मोहन भागवत कहते हैं कि मुसलमान चाहें तो अपने घर लौट जाएं। अपने पूर्वजों के पास लौट जाएं। हमारा सबसे बड़ा पूर्वज तो मनु हैं। हम किसी को छेड़ते नहीं। मैं आज पहली दफा मजहब पर बोल रहा हूं।
मैं कहता हूं कि तुम जाहिल हो। तुम इस मुल्क की तारीख को नहीं जानते। हम 1400 साल से इस मुल्क में रह रहे हैं। हमें किसी ने छेड़ा नहीं। तुम्हारे परदादा हिंदू नहीं थे, मनु थे। वो ओम की इबादत करते थे। इस मुल्क का एहतराम करो।